आगामी 2019 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी का प्रचार शुरू कर दिया है। अब वे उत्तर प्रदेश से बाहर निकल कर अन्य राज्यों में भाजपा के खिलाफ और सपा के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। इन दिनों वे मुंबई यात्रा पर है जहाँ पर उन्होंने ‘ताज लैंड एंड होटल’ में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। पत्रकारों से बात करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुलकर आगामी लोकसभा चुनावों में बसपा से गठबंधन पर अपनी बात कही जिसके बाद से नयी चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।
भाजपा पर बोला हमला :
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मुंबई में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र और यूपी की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश ने कहा कि यूपी में कर्जमाफी के वादे किसानों से किये गये जिसके बाद पूरे देश में इसकी मांग होने लगी है। हमने पहले कहा था कि नोटबंदी से कालाधन न वापस आयेगा और न बैंकों की हालत सुधरेगी। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि बहुत जल्द वे परिवर्तन यात्रा शुरू करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि कासगंज हिंसा भड़काने वालों के एक हाथ में तिरंगा था और दूसरे हाथ म एन भगवा झंडा था। इससे पता चलता है कि हिंसा के पीछे किसका हाथ है। उन्होंने कहा कि एनकाउंटरों से सूबे की कानून व्यवस्था और ज्यादा खराब हो रही है। जितने एनकाउंटर हो रहे हैं, उतने अपराध भी बढ़ रहे हैं।
बसपा से गठबंधन पर बोले अखिलेश :
मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में बसपा से गठबंधन के सकारात्मक संकेत दिए। अखिलेश ने कहा कि उनका बुआजी से कोई झगड़ा नहीं है। समाज के हर वर्ग को प्रभावित करने वाली ‘आर्थिक अराजकता’ के कारण लोकसभा चुनाव के पहले तीसरा मोर्चा सामने आ सकता है। अखिलेश ने कहा कि देश की खराब आर्थिक स्थिति के कारण लेकर तीसरा मोर्चा सामने आएगा। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ गठबंधन हो। मैंने बुआजी से बात नहीं की मगर उनसे भी मेरे अच्छे संबंध हैं।