बसपा से बगावत करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा में बात न बनने पर गुरूवार को सपा को खरी-खोटी सुना दी। मौर्या ने कल शाम अपने बयान में कहा कि सपा सरकार में गुंडे और अपराधी बेखौफ हैं। प्रदेश में कोई विकास कार्य नहीं हुआ। उन्होंने कहा, मैं मुलायम सिंह के परिवारवाद का विरोधी हूं। मालूम हो मौर्या की सपा में एंट्री लगभग तय मानी जा रही थी। जिस तरह से खुद मुख्यमंत्री ने मौर्य के प्रति नरम रुख दिखाया था उससे ऐसा ही लग रहा था कि मौर्य अब सपा के सिपहसालार बनने जा रहें हैं।
- मौर्या द्वारा सपा पर हमलावार होने पर सपा प्रदेश प्रभारी और कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मौर्या का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है, उन्हें इलाज की जरूरत है।
- शिवपाल सिंह ने इस दौरान कौमी एकता दल के विलय की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि कौमी एकता दल को लेकर पार्टी में कोई मतभेद नहीं है।
- इसके साथ ही शिवपाल ने बताया कि मुख्तार अंसारी को सपा में शामिल नहीं कराया गया है।
- शिवपाल सिंह ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या को औकात से ज्यादा मिला है, इसी कारण उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। अगर मौर्या अपना इलाज कराकर आते हैं तो उन पर विचार किया जाएगा।
- वहीं, कबीना मंत्री आजम खां ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या एक सेक्युलर व्यक्ति हैं, फिलहाल उनका मानसिक संतुलन ठीक नही है।
- आजम खां ने माना कि मौर्या सपा में शामिल होते हैं तो पार्टी को फायदा होगा।
- आजम खां ने कहा कि मौर्या जिस दल में जाएगें उसका फायदा होगा, लेकिन इस तरह की बयानबाजी से मौर्या का खुद का नुकसान भी कम नहीं होगा।
- वहीं, एक जुलाई को मौर्य ने लखनऊ में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है। इसे उनका शक्ति प्रदर्शन भी माना जा रहा है।
- अगर समर्थन अच्छा मिला तो स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी पार्टी भी बना सकते हैं ताकि उनकी स्थिति मजबूत हो और मोलतोल करके वह बाद में बीजेपी या सपा से जा मिलें।