उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में उठी सांप्रदायिक हिंसा की आग ने योगी सरकार को हिला कर रख दिया था. हालांकि शुरूआती दौर में योगी सरकार इन हिंसा पर काबू नही कर पाई थी. मगर समय के साथ इस हिंसा पर काबू कर लिया गया था. इस दौरान सरकार ने सहारनपुर के डीएम आईएएस एनपी सिंह और एसएसपी आईपीएस सुभाष चंद्र दूबे को निलंबित कर दिया था. मगर सरकार ने गुरूवार 14 सितम्बर को इन्हें बहाल कर दिया है.
गृह विभाग की रिपोर्ट, CMO के अनुमोदन बाद किया गया बहाल-
- सहारनपुर हिंसा पर कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए सीएम योगी ने डीएम, एसएसपी, DIG और कमिश्नर को हटा दिया था.
- जिसके बाद पूरे मामले पर विपक्षी दलों ने भी खूब राजनीतिक रोटियां भी सेंकी थीं.
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- योगी सरकार ने आज हिंसा के दौरान डीएम रहे आईएएस एनपी सिंह और एसएसपी आईपीएस सुभाष चंद्र दूबे को बहाल कर दिया है.
- इन दोनों अफसरों पर हिंसा पर नियंत्रण न पाने और लापरवाही बरतने का आरोप था.
- प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों को गृह विभाग की रिपोर्ट और CMO के अनुमोदन के बाद ही बहाल किया गया है.
गृह मंत्रालय ने योगी सरकार से मांगी थी रिपोर्ट-
- सहारनपुर हिंसा के पूरे मामले पर गृहमंत्रालय ने यूपी सरकार से रिपोर्ट देने के लिए कहा था.
- जिसके बाद यूपी सरकार ने अपनी रिपोर्ट मिनिस्ट्री को सौंप दी थी.
- भेजी गई रिपोर्ट में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर को इस हिंसा के लिए कसूरवार माना गया था.
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- जिसके बाद मुख्य साजिशकर्ता के रूप में रावण की गिरफ़्तारी के साथ उसे जेल भेज दिया गया.
- यूपी सरकार ने अपनी रिपोर्ट में रावण को मुख्य साजिशकर्ता बताया है.
- इसके अलावा आला पुलिस अधिकारियों की लापरवाही का भी जिक्र किया गया था.
- 20 अप्रैल से 23 मई तक 4 बार हिंसा भड़कने पर रिपोर्ट सौंपी गई थी.
- इसमें जिले के दो नेताओं के शामिल होने का भी जिक्र किया गया था.