फैजाबाद जिले के माध्यमिक और पूर्व माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक संघों द्वारा कापी मूल्यांकन का बहिष्कार किया जा रहा है। बता दें कि शिक्षकों ने जिले के चारों सेंटर मनोहर लाल इंटर कालेज, राजकीय इण्टर कालेज, राजकीय बालिका इण्टर कालेज, तथा फारबिस इंटर कालेज पर मूल्यांकन कार्य किया जा रहा है। शिक्षकों ने अपने वेतनमान रोक दिए जाने को लेकर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं। इस दौरान शिक्षकों ने जमकर नारेबाजी की और सरकार के खिलाफ नारे भी लगाएं।
वित्त विहीन शिक्षक संघ के लाल बिहारी गुट के हरिश तिवारी का कहना है कि सरकार ने वित्त विहीन शिक्षकों के 200 करोड़ रूपये का वेतन पर रोक लगा दी है। जिसको लेकर शिक्षकों द्वारा विरोध में यूपी बोर्ड परीक्षा का कापी मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर दिया गया है। सरकार ने आश्वासन दिया था कि शिक्षकों को सम्मानजनक वेतनमान के साथ सेवा नियमावलियां बनाई जाएंगी लेकिन अब तक सरकार द्वारा ऐसा नहीं किया गया है। कहा कि विभिन्न गुटों का हमें समर्थन मिल रहा है।
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मांगें नहीं हुई पूरी तो 2019 में देंगे इसका जवाब
2005 के शिक्षकों को अब तक स्थाई नियुक्ति नहीं दी गई। कहा कि सरकार द्वारा जब तक आश्वासन नहीं दिया जाएगा तब तक मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार जारी रहेगा। कहा कि यदि सरकार द्वारा हमारी बातें नहीं मानी गई तो हम आगे रोड जाम करेंगे धरना प्रदर्शन करेंगे। जिस प्रकार जनता ने फूलपुर और गोरखपुर में हाल किया है वैसा ही हाल उत्तर प्रदेश सरकार का भी होगा। यदि सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो इसका जवाब 2019 के लोकसभा के चुनावों में दिया जाएगा। श्याम देवी वर्मा का कहना है कि सरकार द्वारा जबतक हमें पूर्ण रूपेण शिक्षक का दर्जा नहीं दे दिया जाता तब तक मूल्यांकन का कार्य बहिष्कार किया जाएगा। इस दौरान षिक्षकों ने एक स्वर में सम्मानजनक वेतन की मांग की।