हाल ही में देश के भीतर मंदिर-मस्जिद में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर काफी हंगामा मचा हुआ था, मशहूर बॉलीवुड गायक सोनू निगम ने इसी बाबत एक ट्वीट किया था। जिसके बाद सोनू निगम को काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में स्थित एक गाँव(thiriyadan village) ने इस मामले अनोखी मिसाल पेश की है।
मंदिर-मस्जिद दोनों ही जगह से उतारे गए लाउडस्पीकर(thiriyadan village):
- उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के भगतपुर थाना के थिरियादान गांव(thiriyadan village) ने सौहार्द की मिसाल पूरे देश के सामने पेश की है।
- यह गाँव अक्सर सांप्रदायिक झगड़ों की वजह से सुर्ख़ियों में रहता है।
- लेकिन इस बाद यह गाँव सुर्ख़ियों में दूसरे कारणों की वजह से है।
- शनिवार को गाँव की प्रधान सुनीता रानी की मौजूदगी में गाँव की पंचायत बुलाई गयी।
- पंचायत में आम सहमति बनी की लाउडस्पीकर की वजह से होने वाले झगड़ों को खत्म किया जाए।
- जिसके बाद गाँव में बनी मस्जिद और मंदिर से लाउडस्पीकर उतारकर गाँववालों ने पुलिस को सौंप दिए।
इबादत के लिए लाउडस्पीकर की जरुरत नहीं(thiriyadan village):
- थिरियादान गाँव(thiriyadan village) की पंचायत में यह फैसला हुई कि, मस्जिद और मंदिर से लाउडस्पीकर को उतार दिया जायेगा।
- पंचायत ने कहा कि, गीता, रामायण, कुरआन किसी ने भी इबादत के लिए लाउडस्पीकर की बात नहीं कही है।
- जिसके बाद लाउडस्पीकर पुलिस को सौंप दिए गए और दोनों पक्षों ने यह बात लिखित रूप में थाने में भी दी।
झगड़े की जड़ को किया खत्म:
- मुरादाबाद के थिरियादान गाँव(thiriyadan village) में आम सहमति के बाद मंदिर-मस्जिद से लाउडस्पीकर हटा दिए गए हैं।
- जिसके बाद गाँववालों का कहना है कि, ऐसा करने के बाद गाँववालों ने झगड़े की जड़ को खत्म कर दिया है।
- गाँववालों ने कहा कि, यह फैसला बुजुर्गों ने लिया है, जिसके लिए यह सभी को मंजूर है।
एसपी ग्रामीण बोले, सराहनीय कदम:
- थिरियादान(thiriyadan village) के इस फैसले का मुरादाबाद एसपी ग्रामीण ने भी स्वागत किया है।
- उन्होंने कहा कि, दोनों समुदायों के लोगों ने आपसी रजामंदी से विवाद को निपटा दिया है।
- इसी में उन्होंने आगे जोड़ा कि, यह कदम सराहनीय है, साथ ही दूसरों के लिए नजीर भी।