स्वास्थ्य विभाग को जहाँ एक ओर सुचारू रूप से चलने के लिए योगी सरकार तमाम कोशिशे कर रही है वही दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग सीएम के आदेशों कि धज्जियाँ उड़ा रहा है. फिर चाहे वो अस्पताल का कोई कम हो , मरीजों के इलाज की बात हो या फिर दस्तावजों को सँभालने कि बात हो. लापरवाही कि आदत होने के कारण लाख जतन के बाद भी योगी सरकार सफल नहीं हो पा रही है. जिसका खामियाजा स्वास्थ्य विभाग से पहले मरीजों को भुगता पद रहा है. ताज़ा मामला उन्नाव का है.जहाँ पल्स पोलियो अभियान के अहम दस्तावेज कूड़े के ढेर में मिले हैं.
चर्चा में रहा है सीएमओ कार्यालय
- लापरवाही के कारण उन्नाव का सीएमओ कार्यालय अक्सर चर्चा में रहता है.
- इसी कड़ी में उसकी एक और लापरवाही सामने आई है.
- हालाकि तमाम कोशिसों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग में लापरवाहियां थमने का नाम नहीं ले रही है.
- वजह चाहे जो भी हो लेकिन ये सब देखकर तो ये ही लगता है कि किसी को सरकार का खौफ नहीं है.
- क्यूँकि यदि अधिकारी सही हो तो कर्मचारी लापरवाह नहीं हो पाएंगे.
- लेकिन यहाँ पर तो पूरा मामला ही उल्टा है.
- तभी तो सीएमओ आफिस में ही कूड़े के ढेर में अहम दस्तावेजो को फेक दिया गया.
- फेकने के बाद भी किसी कि नज़र इस पर नहीं पड़ी.
- कूड़े के ढेर में जो अहम दस्तावेज बरामद हुए है वो पल्स पोलियो अभियान के हैं.
- पल्स पोलियो अभियान के अहम दस्तावेज कूड़े के ढेर में मिलने के बाद भी सब चुपी साधे हैं.
- स्वास्थ्य विभाग की इस बड़ी लापरवाही के बाद वो फिर एक बार सवालों के घेरे में आ गए हैं.
- हालाकि इस लापरवाही के बाद भी यहाँ के अधिकारियों और कर्मचारियों को किसी कि फिकर नहीं है.
- ये सब देखकर तो ये ही लगता है कि स्वास्थ्य विभाग अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आएगा.