उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर राजनीतिक दल और उनके प्रत्याशी तैयारियों में जुटे हैं। राजनीतिक दलों ने वोट के लिए जनता के साथ संवाद करने और उन्हें लुभाने के लिए मुद्दे भी तैयार कर लिए है। एक बार फिर नेता जनता को अपने पक्ष में वोट करने के लिए घर-घर जाने को तैयार है। लेकिन प्रदेश में एक गांव ऐसा भी है, जहां नेता और प्रत्याशियों के जाने की हिम्मत नहीं हो रही है।
चुनाव बहिष्कार का बैनर टांगा
- यूपी के हाथरस जिले की विधानसभा सादाबाद सीट से सभी दल के प्रत्याशियों और पार्टी नेताओं के लिए चुनौती खड़ी हो गई है।
- यह चुनौती उन्हें किसी विरोधी पार्टी से नहीं, बल्कि जनता से मिल रही है।
- इस क्षेत्र में कुम्हरई गांव के ग्रामीणों में नेताओं के खिलाफ काफी रोष है।
- इस गांव में जगह-जगह ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार के बैनर भी टांग दिए है।
- इसके पीछे का कारण गांव का विकास ना होने है।
- ग्रामीणों का कहना है कि नेता आते है और विकास के दावे वोट लेकर गायब हो जाते हैं।
- ऐसे में इस बार ग्रामीणों ने एकमत होकर चुनाव बहिष्कार का फैसला लिया है।
- गांव वाले इस मुद्दे से इतने आक्रोशित है कि इस बार नेताओं को गांव में न घुसने देने का भी फैसला किया है।
- इसके बाद अब प्रत्याशियों इस गांव में घूसने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।