उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में UttarPradesh.Org के जिला ब्यूरो संवाददाता दिलीप तिवारी अपने रामपुर स्थित आवास से कल रात्रि लगभग 3 बजे से लापता है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। बाराबंकी जनपद में आये दिन हो रहे पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार परिजन परेशान और कुछ अनहोनी होने की आशंका जाता रहे है।
क्या है मामला
बाराबंकी जिलेक के थाना सुबेहा क्षेत्र के रामपुर मजरे जमीन हुसैना बाद के मूल निवासी पत्रकार दिलीप तिवारी कल दिनांक 31/10/2018 दिन बुधवार की रात लगभग 3 बजे से लापता है।
परिजनों के मुताबिक रात्रि लगभग 10:30 तक सब लोग साथ में बैठ कर बातचीत करके अपने अपने कमरों में सोने चले गए. पत्रकार घर से लगभग 10 मीटर दूर बने नए मकान में अपनी सुविधा के मुताबिक कमरे में उठना बैठना रहना खाना पीना और सोना भी करते थे.
परिजनों ने आरोप लगाया कि गांव के ही चंद्र प्रकाश पांडे और अयोध्या पांडे व् बिगत कई दिनों से कुछ मामले को लेकर विवाद चला आ रहा था.
मामला इतना बढ़ गया था कि पत्रकार की हत्या करने तक की साजिश उक्त लोगो के द्वारा की जा रही थी व कई बार पत्रकार के मोबाइल फोन पर धमकियां दी जा रही थी.
धमकी भरे कॉल से मानसिक प्रताड़ित हो रहा था पत्रकार:
पत्रकार के गांव के ही कई लोगो द्वारा धमकी भरे फोन आते थे परिजनों ने यहाँ तक बताया कि कमरे में सुबह जब पत्रकार के पिता चंद्रभान तिवारी सुबह 6 बजे कमरे में जगाने पहुचे तो देखा तो वहाँ का नज़ारा देख उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई.
कमरे में कोई नहीं था. यहाँ तक पत्रकार के दोनों मोबाइल कपड़े जूते लेपटॉप बैग सब कमरे में पड़ा हुआ था जिससे पत्रकार के अपहरण की तस्वीर साफ दिखाई पड़ती है।
बोले जिम्म्मेदार:
इस मामले में जब थाना प्रभारी सुबेहा जीतेन्द्र कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के बाद पूरी टीम के साथ मौके पर पहुँच कर जाँच की. परिजनों के तहरीर के आधार पर भा०दं०सं० 147,364 दर्ज कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।