शहनाई का नाम आते ही उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का नाम ज़हन में अपने आप कौंध जाता है । शादी की खुशियों में बजने वाली शहनाई ही उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की पहचान बनी। इसी शहनाई के चलते उस्ताद ने न केवल यूपी बल्कि पुरे भारतवर्ष का नाम दुनियां में रोशन किया है ।यही कारण है की इन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाज़ा गया । आज इन्ही के बेटे नाजिम हुसैन को अपनी तंगहाली और सरकार की उदासीनता के चलते यूपी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ रह है ।
तंगहाली और सरकार की उदासीनता को बताया यूपी छोड़ने की वजा
- एक समय था जब अमेरिका के राष्ट्रपति ने बिस्मिल्लाह खां को अमेरिका में रहने की दावत दी थी ।
- लेकिन ये बिस्मिल्लाह खां का यूपी के प्रति लगाव और प्रेम ही था।
- जिसके चलते उन्हों ने अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा दिए गए प्रस्ताव को ठुकरा दिया था ।
- आज उन्ही के बेटे मशहूर तलबा वादक नाजिम हुसैन ।
- अपने तंगहाली के चलते यूपी छोड़ने पर मजबूर हैं ।
- अपना दुख बताते हुए उन्हों ने कहा कि अगर किसी राज्य में हमें सहूलियतें मिलती हैं ।
- तो यूपी छोड़ने के लिए हम सोचेंगे नहीं ।
- नाजिम हुसैन ने सरकार की उदासीनता को भी यूपी छोड़ने का कारण बताया ।
- नाजिम ने बताया कि एक साजिश के तहत हमारा घर हमसे छीना गया ।
- पूरी जिंदगी मैंने अब्बा के साथ दुनिया भर में कार्यक्रम करते गुजरी ।
- मगर आज एक कमरे में रहने को मजबूर हूं ।
- अब्बा ने यूपी का नाम दुनिया भर में रोशन किया है।
- अब्बा के नाम पर कई संस्थाएं बनीं हुई हैं ।
- ऐसे लोग जिन्होंने अब्बा से सिर्फ एक या दो मुलाक़ात की है।
- वो भी अब्बा के नाम पर सैकड़ों रुपए कमा रहे है ।
- प्रदेश सरकार को चाहिए कि एक फाउण्डेशन का निर्माण वे खुद करें ।