यूपी बुलन्दशहर में सामूहिक दुष्कर्म (bulandshahr gangrape) के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला बुलन्दशहर के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के एक गांव का है। यहां दो किशोरियों ने पड़ोस के ही रहने वाले 5 दबंग युवकों पर कार से अगवा कर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया है।
बालश्रम के विरोध में दबंग ने किशोर को बेरहमी से पीटा!
- आरोप है कि किशोरियां शौच करने जा रही थीं तभी उन्हें कार में खींच कर डाल लिया गया।
- आरोप है कि आरोपी दोनों को एक बंद पड़े स्कूल के कमरे में ले गए यहां उनके साथ बारी-बारी से बलात्कार किया।
- आरोप है कि सभी आरोपी दोनों पीड़ित लड़कियों को बेहोशी हालत में सलेमपुर थाना क्षेत्र के जंगलों में फेंककर फरार हो गए।
- हालांकि पुलिस इस गैंगरेप जैसी गंभीर घटना में भी लीपापोती करने में जुटी है।
- पुलिस दो परिवारों के बीच चुनावी रंजिश बताते हुए जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कह रही है।
- फिलहाल पुलिस ने पीड़िताओं के पिता की तहरीर के आधार पर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दोनों का मेडिकल परीक्षण कराकर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
पैसो के लिए झूठ बोलती है गैंगरेप-एसिड अटैक पीड़िता!
शौच के लिए निकली थीं किशोरियां
- जानकारी के मुताबिक, जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली दो नाबालिग लड़कियां रीना (14), कविता (16) (दोनों नाम काल्पनिक) शुक्रवार को गांव के बाहर शौच के लिए निकली थीं।
- दोनों गांव के बाहर निकली ही थीं कि गांव में ही रहने वाले फत्ते, रईस, समरू, यासू और सोहेल ने उसे कार में खींच लिया।
- आरोप है दोनों ने उसका मुंह दबा दिया इससे वह चीख नहीं पाईं।
- आरोप है कि 5 आरोपी पड़ोसी उन्हें जबरन गांव के बाहर बने सरकारी स्कूल के बंद पड़े कमरे में ले गए।
- यहां पांचों आरोपियों ने बंधक बनाकर बारी-बारी से सामूहिक बलात्कार की घटना को अंजाम दिया।
- इसके बाद आरोपी दोनों नाबालिगों को मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी देकर जंगल में फेंककर फरार हो गए।
बुलंदशहर में दो लड़कियों के साथ अपहरण के बाद गैंगरेप!
पुलिस को नहीं लगी भनक
- इतना ही नहीं गैंगरेप के बाद आरोपी पीड़िताओं को कार में बंधक बनाए घूमते रहे लेकिन आपकी सुरक्षा का दावा करने वाली बुलन्दशहर पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
- हालांकि जब किशोरियों ने राहगीरों से मदद मांगी तो पुलिस को सूचना दी गई।
- सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों नाबालिगों को बरमाद कर मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा।
- पीड़िताओं ने परिजनों को आपबीती सुनाई तो उनके होश उड़ गए।
- हालांकि पुलिस मामला चुनावी रंजिश का बताकर लीपापोती करती नज़र आ रही है।
बिजली कटौती से परेशान लोगों ने उपकेंद्र पर तोड़फोड़!
क्या कहते हैं जिम्मेदार
- इस पूरे मामले में एसपी सिटी डॉ. प्रवीण रंजन ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला दोनों के परिवारों से चुनावी रंजिश का लग रहा है।
- घटना संदिग्ध लग रही है।
- हालांकि पीड़ित परिवार की तहरीर के आधार पर गांव के रहने वाले फत्ते, रईस, समरू, यासू और सोहेल के खिलाफ आईपीसी की धारा 363, 376-डी और 4 पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
- हालांकि आरोपी फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
- बता दें कि बुलन्दशहर पुलिस पर रेप की घटनाओं में लीपापोती करने का ये पहला मामला नहीं हैं इससे पहले भी बुलन्दशहर एनएच-91 पर हुई मां-बेटी के साथ दरिन्दगी को भी पुलिस के अधिकारी पर्दा डाल रहे थे।
- हालांकि घटना (bulandshahr gangrape) मीडिया के सामने आने के बाद ज़िले के कप्तान सहित कई अधिकारियों पर भी गाज गिरी थी।
तस्वीरें: डॉ. नीरज बोरा और स्वाति ने लगाई फटकार!
https://youtu.be/Pt6b9Khekn0