प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देकर बेटियों को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं। लेकिन फतेहपुर जिले में बेटी के जन्म लेते ही बहुओं को ससुराल से निकाला जा रहा हैं। प्रकरण एक मुस्लिम परिवार से जुड़ा है। महिला की शादी के चार साल बाद बेटी ने जन्म लिया और उसे उसके ससुराल वालों ने घर से बाहर निकाल दिया। (husband gave talaq)
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- पिछले एक वर्ष से पीड़ित महिला अपनी मासूम बेटी को गोद में लेकर जिले के अधिकारियों के चक्कर लगाकर न्याय की गुहार लगा रही है।
- वहीं पीड़ित महिला देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुखिया आदित्य योगी नाथ से इंसाफ की गुहार लगा रही है।
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क्या है पूरा मामला?
- फतेहपुर जिले के हथगांव थाना क्षेत्र के कस्बे स्थित रहने वाली शबीना को देखिये जो अपनी मासूम बेटी को लेकर अधिकारियो के चौखट में पहुंचकर न्याय की गुहार लगा रही है।
- पीड़ित महिला की माने तो शादी के चार साल बेटी के जन्म लेते ही ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया। (husband gave talaq)
- जब ससुराल जाओ तो घर के अंदर नहीं घुसने देते और मारपीट कर घर से भगा देते हैं।
- वहीं पीड़ित महिला के भाई ने बताया की पिता का स्वर्गवास हो जाने के बाद किसी तरह बहन की शादी की।
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- लेकिन चार साल बाद जब बहन अपनी बेटी को लेकर घर आई और बताया कि पति ने बेटी होने के चलते घर से निकल दिया।
- जिसकी शिकायत थाने से लेकर तहसील दिवस तक किया।
- लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं हैं।
- पीड़ित शबीना ने बताया कि प्रधानमंत्री और योगी जी मुझे न्याय दिलाये।
- जब से बेटी ने जन्म लिया तभी से मुझे घर से निकाल दिया है।
- इस मामले में एएसपी से बात की तो उनका कहना था की पीड़ित महिला थाने गई थी जहां उसको उसके घरवालों के साथ भेज दिया गया था। (husband gave talaq)
- लेकिन अगर ऐसा है तो उसकी जांच करा कार्रवाई की जाएगी।
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