एक तरफ जहां शहरी लोगों ने वोटिंग में हिस्सा काम हंगामा ज्यादा किया तो विकास की आस में कराह रहा फैजुल्लागंज वार्ड के लोगों ने मतदान का ही बहिस्कार करके नेताओं के कारनामों को उजागर कर दिया। समस्याएं इतनी कि लोगों के दर्द सुनते-सुनते पूरा दिन बीत जायेगा लेकिन समस्याएं समाप्त नहीं होंगी।
कैबिनेट मंत्री ने उद्घाटन तो कर दिया लेकिन झांकने तक नहीं आये
- फैजुल्लागंज चतुर्थ वार्ड-73 के गायत्रीनगर, नौबस्ता खुर्द निकट रामलीला मैदान के आसपास गलियों में मूलभूत सुविधाएं न होने के कारण स्थानीय लोगों ने निकाय चुनाव के बहिष्कार कर दिया।
- स्थानीय लोगों का कहना है कि फैजुल्लागंज में मधुवन विहार कॉलोनी का उद्घाटन पूर्व सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अभिषेक मिश्रा ने किया था।
- उद्धघाटन के बाद से वह तो दूर पार्षद तक कभी झांकने तक नहीं आये।
- हां चुनाव करीब आते ही नेता इस क्षेत्र में दिखाई देते हैं लेकिन चुनाव बीतने के बाद बरसाती मेढ़क की तरह गायब हो जाते हैं।
- इसलिए इस बार मतदाताओं ने इस बार नगर निकाय के चुनाव में मतदान ही नहीं किया।
बल्लियों पर झूल रही मौत, रास्ते में कीचड़
- यहां के रहने वाले रामरतन कश्यप, रामौतार, विनोद, चंद्रपाल, संजन कुमार, द्वारपाल, विमल भूषण, नीलेश पाण्डेय, आशुतोष, करन, मोहनलाल, श्रवण, अमित, पुष्पा मौर्या, पार्वती वर्मा, अनन्या, लक्ष्मी, विनय पाल सिंह, गौतम साहू, सुंदर लाल, प्रियांशू बाजपेई, इलियास, महेश यादव, रामनारायण, विष्णु सिन्हा, सर्वेश कुमार, अवनीश अवस्थी, सिद्धार्थ महेंद्र सिंह, अनुराग पांडेय, मुस्ताक सहित सैकड़ों लोगों ने मतदान नहीं किया।
- इन लोगों का कहना है कि बल्लियों पर बिजली के तार मौत बनकर झूल रहे हैं।
- बरसात और इससे पहले कई पशु और दो- तीन लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन कई बार शिकायत के बाद भी प्रशासन आंखे बंद करके बैठा है।
- बच्चों और बुजुर्गों के निकलने वाले रास्ते में कीचड़ और गन्दगी का अम्बार लगा हुआ है।
25 सालों से विकास की राह देख रही कालोनी
- स्थानीय लोगों का कहना है कि करीब 25 वर्ष पूर्व बसाई गई कॉलोनी पूरी तरह से बदहाल है।
- जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण बारिश में लोगों के घरों में पानी घुसने लगता है।
- लोगों के मुताबिक प्रत्येक चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा बड़े बड़े वादे किए जाते हैं।
- लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई झांकने तक नहीं आता है।
- स्थानीय निवासियों ने बताया वह अपनी समस्याओं को लेकर वर्तमान विधायक नीरज बोरा से भी कई बार गुहार लगा चुके हैं।
- लेकिन किसी ने उनकी समस्या की तरफ ध्यान नहीं दिया।
- लिहाजा उन लोगों ने एक राय होकर चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया है।