यमुना नदी में जल स्तर बढ़ता जा रहा है। ताजेवाला और हथनीकुंड बांध से लगातार लाखों क्यूसेक छोड़े जा रहे पानी के चलते आने वाले समय में यमुना नदी खतरे के निशान पर पहुंच सकती है. जिसे देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने भी अलर्ट जारी कर दिया है ।
जल्द खतरे के निशान तक आ सकता है पानी:
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिलें की प्रसिद्ध यमुना नदी किनारे बसी कालोनियां एवं गांव के लोगों के लिए प्रशासन की ओर से चेतावनी जारी कर दी गई है। यमुना तटवर्ती इलाकों में बारिश के पानी का पहले से ही सैलाब बना हुआ है।
बताते चलें कि सभी जगह हो रही मूसलाधार बारिश से यमुना नदी में पानी पहले से बढ़ रहा था। वही 26 जुलाई को हथनीकुंड बांध से 1 लाख 36 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। जिस पानी का असर यमुना में देखने को मिल रहा है।
3 लाख 11 हज़ार क्यूसेक पानी ताजेवाला बांध में छोड़ा गया:
वही आज 3 लाख 11 हज़ार क्यूसेक पानी ताजेवाला बांध से यमुना नदी में छोड़ा गया है। लाखों क्यूसेक की संख्या में आ रहे पानी को देखते हुए प्रशासन द्वारा भी बाढ़ नियंत्रण कक्ष को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही साथ बाढ़ चौकियों पर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
हालाँकि मथुरा की सीमा में इस पानी के 1 या 2 अगस्त को आने की सम्भावना है। जिससे सम्भावना यह लगायी जा रहा है कि यमुना खतरे के निशान तक पहुँच सकती।