Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें
Uttar Pradesh

कैबिनेट विस्तार: योगी आदित्यनाथ का आखिर क्या है कसूर

yogi-adityanath

पीएम मोदी ने अपने कैबिनेट विस्तार में 15 मंत्री यूपी से चुने हैं और इनको अलग-अलग विभागों की जिम्मेदारियां दी गई हैं।

ऐसा माना जा रहा है कि ये विस्तार यूपी चुनावों के मद्देनजर किया गया है और पार्टी की पकड़ को जमीन पर स्तर और मजबूत करने के लिए इतने बड़े स्तर पर यूपी से मंत्री बनाये गए हैं।

हालाँकि स्मृति ईरानी को HRD मिनिस्ट्री से हटाने के बाद उन्हें यूपी चुनाव के दौरान बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। स्मृति का कार्यकाल HRD मिनिस्टर के रूप में विवादों के घेरे में रहा है और शायद इसी वजह से सरकार ने उन्हें कपड़ा मंत्रालय देने का फैसला किया।

यूपी चुनाव की तैयारियों पर गौर करें तो बीजेपी ने पूर्वांचल पर जोर दिया है, चूँकि पीएम का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी इसी से जुड़ा है तो ऐसे में इसके-पास के जिलों को लाभ मिलना भी तय माना जा रहा था।

यूपी के बीजेपी नेताओं पर गौर करें तो एक ऐसा चेहरा जिसकी चर्चा नही हुई कैबिनेट विस्तार के वक्त और जो लगातार 5 बार सांसद रहने के अलावा लोगों के बीच पॉपुलर भी रहा। 1998 में पहली बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतने वाले योगी आदित्यनाथ को केंद्र सरकार ने किनारे कर दिया। जबकि योगी की जनता के बीच पकड़ का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि लगातार 5 लोकसभा चुनावों में जीत हासिल करने वाले योगी का जीत का अंतर हर चुनाव में बढ़ता ही गया।

हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक योगी अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं और कट्टर विचारधारा के भी नेता के तौर पर इन्हें देखा जाता रहा है। बात चाहे राम मंदिर मुद्दे की हो तो यहाँ भी वो अपना मत स्पष्ट कर चुके हैं। कई बार योगी विवादस्पद बयान देने के कारण आलोचना का शिकार भी हुए हैं और इनको पार्टी से बर्खास्त किये जाने की मांग भी उठती रही है।

उत्तर प्रदेश से बीजेपी का मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, इसका फैसला होना बाकी है लेकिन योगी के समर्थकों ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की बस्ती रैली में योगी-योगी के नारे लगाकर संकेत दे दिए हैं कि बीजेपी के लिए योगी से पार पाना यूपी चुनावों में बड़ी चुनौती होगी क्योंकि योगी मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी बताया जा रहा था और अब कैबिनेट में जगह ना दिए जाने के बाद बीजेपी के लिए योगी बड़ा सिरदर्द साबित हो सकते हैं।

मोदी कैबिनेट में अमित शाह के करीबियों का होना भी योगी को शामिल ना किये जाने का एक कारण बताया जा रहा है ऐसे में योगी जैसे बेबाक और आक्रामक तेवर वाले नेता इसपर ज्यादा दिन चुप रहेंगे, कहना मुश्किल है।

मोदी कैबिनेट में यूपी का प्रतिनिधित्व करने वाले मंत्री-

राजनाथ सिंह लखनऊ कैबिनेट मंत्री
मनोहर पर्रिक‍र राज्यसभा सांसद कैबिनेट मंत्री
उमा भारती झांसी कैबिनेट मंत्री
कलराज मिश्रा देवरिया कैबिनेट मंत्री
मेनका गांधी पीलीभीत कैबिनेट मंत्री
वीके सिंह गाजियाबाद राज्यमंत्री
संतोष गंगवार बरेली राज्यमंत्री
महेश शर्मा गौतम बुद्ध नगर राज्यमंत्री
मुख़्तार अब्बास नकवी राज्यसभा सांसद राज्यमंत्री
मनोज सिन्हा गाजीपुर राज्यमंत्री
संजीव बालियान मुजफ्फरनगर राज्यमंत्री
निरंजन ज्योति फतेहपुर राज्यमंत्री
कृष्णा राज शाहजहांपुर राज्यमंत्री
अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर (अपना दल) राज्यमंत्री
डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय चंदौली राज्यमंत्री

Related posts

विजयादशमी के दिन गोरखपुर में भव्य विजय शोभा-यात्रा

Kamal Tiwari
7 years ago

बदमाशों ने लूट के बाद युवक को मारी गोली

kumar Rahul
7 years ago

वाराणसी-ट्रेन से गिरकर युवक की मौत

kumar Rahul
7 years ago
Exit mobile version