भारत सरकार के 500 और 1000 रूपये के नोट बंदी का असर अब दिखने लगा है. छोटे व्यापारियों पर इसका असर तो पड़ना शुरू हो गया था. लेकिन इस बात की तसल्ली थी कि दो -चार दिन में ये दिक्कत ख़त्म हो जाएगी. लेकिन सरकार की इस घोषणा के बावजूद अधिकांश बैंकों में कैश उपलब्ध नही है. एटीएम बंद पड़े हैं और बाहर लोगों की लम्बी लाइन लगी हुई है.
अब कैश की कमी का असर बड़े व्यापारियों पर भी पड़ने लगा है. ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने इस मामले पर अपनी चिंता व्यक्त की है.
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने कहा है कि-
- नोट बंदी के बाद टोल नाको पर 500 और 1000 के नोटों को लेने की अवधि को बढ़ाया जाए.
- हालाँकि परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस अवधि को बढ़ाकर 14 नवंबर तक कर दिया है.
- फिर भी इन लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
- ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि बड़ी संख्या में इनके व्यापार पर असर पड़ रहा है.
- करीब 80 लाख ट्रक खड़े हो गए हैं.
- जिसके कारण सामान की डिलीवरी नही हो पा रही है.
- पीएम मोदी से बात करने के बाद नितिन गडकरी ने एक मुश्त टोल के लिए कमेटी का गठन किया गया है.
- इसके बारे में अंतिम फैसला कमेटी 15 दिसंबर तक देगी.