“एक अकेला पूरे वर्ल्ड में ” पाकिस्तान पर ये पंक्ति आजकल खूब जंच रही.सर्जिकल स्ट्राइक के अटैक से पाकिस्तान अभी उभरा नहीं था कि इस्लामाबाद में होने वाले सार्क सम्मेलन से मालदीव ने भी साथ छोड़ दिया.
- भारत ने आतंकी संगठनों के मददगार पाकिस्तान में सार्क बैठक के बहिष्कार का ऐलान किया था.
- इसके बाद बांग्लादेश, भूटान, अफगानिस्तान, श्रीलंका ने भी सार्क बैठक से दूरी बना ली थी.
- अब मालदीव ने भी साफ कर दिया है कि वो इस सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेगा.
- मालदीव ने भी माना कि पाकिस्तान आतंकवाद उगाता है अशांति का मार्गदर्शन करता है पाकिस्तान
- पाकिस्तान को मालदीव ने दूसरे देशों के लिए खतरा बताया है क्योकि आतंकवाद की नीव वाही पर रखी जा रही
पाकिस्तान बेबस नज़र आ रहा
- अब भारत समेत 6 देशों ने नवम्बर में इस्लामाबाद में होने वाली सार्क सम्मलेन का बहिष्कार किया है
- पाकिस्तान ने ये नज़ारा देखते हुए सार्क सम्मलेन स्थगित कर दिया है
- नयी तारीखों का एलान पाकिस्तान जल्द करेगा
श्रीलंका ने भी किया सार्क सम्मलेन का बहिष्कार
- श्रीलंका ने शुक्रवार को ही सार्क समिट में शामिल नहीं होने का फैसला किया था.
- इससे पहले भारत, बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान भी सार्क सम्मलेन का बहिष्कार कर चुके हैं
- सीमापार से होने वाली गोलाबारी और उरि जैसे हमले का मुह तोड़ जवाब मिल रहा है
- श्रीलंका के प्रधानमंत्री 4-6 अक्टूबर भारत आ रहे हैं उस वक़्त भी इस पर अहम् वार्ता होगी
- नेपाल आठ सदस्यीय सार्क का मौजूदा अध्यक्ष है
- भारत ने नेपाल को अपने निर्णय से पहले ही अवगत करा दिया था
- नियमों के मुताबिक सम्मेलन में सभी सदस्य देशों की मौजूदगी जरूरी है.
- अगर एक भी सदस्य सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेता है तो इसे स्थगित करना पड़ता है या रद्द करना पड़ता है.
- साल 1985 में बने इस गुट में भारत, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका और अफगानिस्तान शामिल हैं.
- पहली बार भारत ने किया है बायकॉट
1985 के बाद ये पहला मौका होगा जब भारत ने सार्क सम्मेलन का बायकॉट करने का फैसला लिया है. - भारत के अलावा सार्क के अन्य तीन सदस्य देशों ने भी पाकिस्तान पर आंतक को पनाह देने का आरोप लगाते हुए सम्मेलन का बहिष्कार करने का ऐलान किया है. वहीं, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भारत के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है.