यूं तो नाना पाटेकर को उनकी एक्टिंग और बोलने के खास अन्दाज की वजह से जाना जाता है। वह एक ऐसी शख्सियत हैं जो बिना किसी गॉडफादर के केवल अपनी प्रतिभा के दम पर फिल्मों की दुनिया में कामयाबी की बुलन्दियों पर पहुंचे। अपनी जिन्दगी में तमाम उपलब्धियां हासिल करने के बाद भी वह आज अपनी जमीन से जुड़े हुए हैं। वो ना केवल रील लाइफ में मजदूरों और किसानों की आवाज उठाते हुए नजर आते हैं बल्कि हकीकत में भी उनका दिल मजदूरों और किसानों के लिए धड़कता है। वह किसानों की आर्थिक समस्याओं को हल करने के लिए अपने एक मित्र के साथ एक एनजीओ चलाते हैं। इस एनजीओ का नाम ‘नाम फाउडेंशन’ है।
अपने एनजीओं ‘नाम फाउडेंशन’ के जरीये उनका मकसद लगभग 500 बेरोजगार युवाओं और लगभग 30 महिलाओं को रोजगार दिलाना है। उनका एनजीओं महाराष्ट्र में 1 करोड़ पौधे लगाने की योजना पर भी काम कर रहा है। नाना पाटेकर अपने एनजीओं के जरीये सहायता पहुचाने के लिए महाराष्ट्र के उन इलाकों का दौरा भी कर रहे है जहां सूखे की वजह से किसानों के परिवार तमाम आर्थिक समस्याओं को झेल रहे हैं।
नाम फाउंडेशन की स्थापना सितम्बर 2015 में पूणे में की गई थी। पहले ही दिन इस एनजीओं को देश के विभिन्न क्षेत्रों से 80 लाख रूपयें की आर्थिक सहायता प्राप्त हुई थी। मात्र 2 हफ्ते में ही इस एनजीओं के पास लगभग 6.5 करोड़ रूपये प्राप्त हो गये थे। नाना पाटेकर के इस एनजीओं का मुख्य आंफिस मुंबई में है। इसके अलावा भी नाम फाउंडेशन के ब्रांन्च आंफिस पूणे, थाने, औरंगाबाद और नागपुर में खुले हुए हैं। अगर किसी भी व्यक्ति को एनजीओं के जरीये किसानों को आर्थिक मदद पंहुचानी है तो वो नाम फाउडेंशन की वेबसाइड पर जाकर स्टेट बैक ऑफ इडिंया के अकाउंड से ऑनलाइन डोनेशन कर सकता है। इसके अलावा स्टेट बैक ऑफ इडिंया में जाकर ‘नाम फाउंडेशन’ को चैक के सहारे भी आर्थिक मदद दी जा सकती है। इस फाउंडेशन का अकाउंड नम्बर 35226127148 है। फाउंडेशन का IFSC कोड SBIN0006319 तथा SWIFT कोड-SBININBB238 है।