टाटा स्टील ने नुस्ली वाडिया को हाल ही में अपने निदेशक मंडल के स्वतंत्र निदेशक पद से हटा दिया गया है. बीते दिन हुई कंपनी की बैठक में 90.8 प्रतिशत शेयरधारकों की मौजूदगी में यह निर्णय लिया गया है.
वाडिया रहे असाधारण आम बैठक से दूर :
- हाल ही में टाटा स्टील के निवेशकों की असाधारण आम बैठक हुई
- बताया जा रहा है कि इस बैठक से नुस्ली वाडिया मौजूद नही थे
- इस बैठक के बाद कंपनी ने शेयर बाजार को इस निर्णय की जानकारी दी
- जिसमें कंपनी ने बताया कि उसके कुल 97.12 करोड़ शेयरों में से 62.54 करोड़ शेयरों का वोट पड़ा है.
- बताया गया है कि यह शेयरों का 64.4 प्रतिशत है.
- कंपनी ने बताया कि वाडिया को बाहर किए जाने के निर्णय के पक्ष में कुल 56.79 शेयरों के करोड़ वोट पड़े हैं.
- जो कुल पड़े वोट का 90.80 प्रतिशत है.
- इसके विरोध में कुल 5.75 करोड़ शेयरों के वोट पड़े हैं जो 9.20 प्रतिशत के बराबर हैं.
- बता दें कि बीते दिन वाडिया टाटा स्टील के निवेशकों की असाधारण आम बैठक से दूर रहे.
- बैठक प्रवर्तकों के उन्हें स्वतंत्र निदेशक पद से हटाये जाने के प्रस्ताव पर शेयरधारकों के मतदान के लिये बुलायी गयी है.
- वाडिया ने इस बैठक को अनुचित और शर्मनाक रूप से प्रबंधन द्वारा प्रबंधित बताया है.
- हालांकि वाडिया ने शेयरधारकों से प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने को कहा, टाटा संस की आलोचना जारी रखी थी.
- बता दें कि उन्होंने समूह के यूरोप में इस्पात क्षेत्र में निवेश जारी रहने की भी आलोचना की थी.
- उन्होंने टाटा स्टील के शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैंने बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया
- ऐसा इसलिय क्योंकि मैं समझता हूं कि टाटा की अन्य कंपनियों की हाल में जो बैठकें हुई वह पूरी तरह अनुचित और शर्मनाक तरीके से हॉल में प्रवेश को नियंत्रित करने वालों द्वारा प्रबंधित की गईं.
- साथ ही यह वक्तओं के चयन और रूचि पर आधारित थी.
- भारतीय कॉरपोरेट इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया.