कश्मीर में उग्र भीड़ को काबू में करने के लिए सेना द्वारा जिन पैलेट गन का इस्तेमाल किया जा रहा है, उसके विकल्प को मंजूरी दे दी गयी है।
पावा शेल ‘मिर्ची गन’ को मिली मंजूरी:
- सेना द्वारा उग्र भीड़ को काबू में करने के लिए पैलेट गन का इस्तेमाल किया जा रहा था।
- जिसके एक विकल्प को गृह मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है।
- पैलेट गन का विकल्प पावा शेल या ‘मिर्ची गन’ होगी।
- गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पावा शेल को मंजूरी दे दी है।
- जिसके तहत करीब 1000 शेल रविवार को कश्मीर पहुंचेंगे।
- गौरतलब है कि, कश्मीर घाटी में भड़की हिंसा को काबू में करने के लिए सेना द्वारा पैलेट गन के इस्तेमाल पर काफी हंगामा किया जा रहा था।
- जिसके चलते गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पैलेट गन के विकल्प ढूँढने की बात कही।
क्या है पावा शेल ‘मिर्ची गन’:
- पावा शेल का पूरा नाम ‘पैलार्गनिक एसिड वैनिलिल एमिड’ है।
- इसे आर्गेनिक शुद्ध लाल मिर्च पाउडर से बनाया जाता है।
- पावा शेल से शरीर पर खुजली और आँखों में पानी आता है।
- गौरतलब है कि, पैलेट गन के इस्तेमाल में घायल हुए लोग छर्रे निकलवाने डॉक्टर के पास नहीं बल्कि लोहार के पास जा रहे हैं।
- उन्हें डर है कि, डॉक्टर के पास जाने पर उन्हें प्रताड़ित किया जायेगा।