डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह अपने मुख्यालय से हरियाणा की पंचकूला स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की अदालत के लिए सड़क मार्ग से रवाना हो चुके हैं। इस दौरान उनके साथ कारों में सवार उनके समर्थकों का भारी काफिला भी है। बता दें कि बाबा की पूर्व महिला शिष्या द्वारा लगाए गए कथित दुष्कर्म और यौन शोषण मामले में आज सीबीआई की विशेष अदालत से फैसला आयेगा।
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क्या है पूरा मामला :
- साल 2002 में डेरा सच्चा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम पर साध्वी के यौन शोषण के आरोप लगे।
- इस मामले की जांच हाई कोर्ट ने सीबीआई को सौंप थी।
- एक साध्वी ने गुमनाम चिट्ठी के जरिए गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण सहित कई अन्य संगीन आरोप लगाए थे।
- साध्वी ने आरोप लगाते हे एक पत्र मीडिया, पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, पीएम के नाम जारी किया था।
- इसके बाद हाई कोर्ट ने 24 सितंबर 2002 के इस मामले की जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया।
- CBI ने जांच में आरोप सही पाए और डेरा प्रमुख के खिलाफ विशेष अदालत के सामने 31 जुलाई 2007 में आरोप पत्र दाखिल किया।
- इस मामले में बाबा गुरमात राम रहीम को अदालत से जमानत मिल गी।
- लेकिन लंबे अरसे से मामला पंचकूला की सीबीआई अदालत में चल रहा है।
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यौन शोषण के अलावा चल रहा हत्या का मामला :
- बाबा राम पर यौन शोषण के अलावा दो मर्डर का भी केस चल रहा है।
- पहला मामला सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या का है।
- बाबा पर आरोप है कि छत्रपति द्वारा साध्वी बलात्कार मामले को अखबार में छापने पर 2002 में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।
- उनपर ये भी आरोप है कि उन्होंने डेरे के पूर्व प्रबंधक रंजीत सिंह की 10 जुलाई 2003 को हत्या करवा दी।
- इन दोनों हत्याओं में डेरा सच्चा सौदा का नाम सामने आया था।
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