तमिलनाडु में सूखे से परेशान इस राज्य के किसान बीते एक लंबे समय से राजधानी दिल्ली में हर वह प्रयास कर रहे हैं जिससे सरकार का ध्यान उनकी ओर आकर्षित हो और उनकी समस्याओं को सुन सरकार कुछ कदम उठाये. परंतु अब तक सरकार की ओर से इन किसानों की सुनवाई करने वाला कोई प्रतिनिधि यहाँ नहीं पहुँच पाया है. जिसके चलते अब किसानों द्वारा प्रदर्शन करते हुए अपना ही मूत्र पिया गया है.
सीएम पलानिस्वामी नीति आयोग की बैठक में उठाएंगे मुद्दा :
- देश के तटीय क्षेत्र तमिलनाडु में पड़ रहे सूखे के चलते यहाँ पर जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
- यही नही यहाँ के किसानों को इस सूखे ने सबसे ज़्यादा प्रभावित किया है,जिसके चलते उनकी फसले तबाह हो गयी है.
- जिसके बाद वे सरकार से एक लंबे समय से मुआवज़े की मांग कर रहे हैं.
- सरकार की ओर से किसी तरह का कोई रुझान ना मिलने के चलते इन किसानों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है.
- अपने इस प्रदर्शन के दौरान इन किसानों द्वारा कई प्रयास किये गए हैं जिससे सरकार का ध्यान उनकी तरफ आकर्षित हो.
- बता दें कि अपने प्रदर्शन के शुरूआती दौर में इन किसानों द्वारा चूहे अपने मुंह में दबाये गए थे.
- यही नहीं इन किसानों द्वारा इसके बाद मानव कपाल व हड्डियों को लेकर प्रदर्शन किया गया था.
- जिसके बाद भी सरकार द्वारा किसी तरह का कोई कदम नहीं उठाया गया है.
- इस प्रदर्शन के दौरान इन किसानों द्वारा निर्वस्त्र होकर भी प्रदर्शन किया गया है.
- हालाँकि इस दौरान कई राजनैतिक दिग्गजों द्वारा अपनी राजनैतिक रोटियाँ भी सेकी गयी हैं.
- जिसके बाद अब इन किसानों द्वारा प्रदर्शन करते हुए अपना ही मूत्र पिया गया है जो अपने-आप में एक अलग तरह का प्रदर्शन है.
- आपको बता दें कि तमिलनाडु के सीएम पलानिस्वामी द्वारा बीते दिन इन किसानों से भेंट की गयी है.
- जिसके बाद आज दिल्ली में हो रही नीति आयोग की बैठक में वे प्रदर्शन कर रहे इन किसानों का मुद्दा भी उठायेंगे.
- अब देखना यह है कि इतने समय से इन किसानों की सुध ना लेने के बाद अब सरकार इस दिशा में क्या कदम उठाती है.
- आपको बता दिएँ कि इन किसानों द्वारा अपने नुकसान की भरपाई के लिए 40,000 करोड़ के मुआवज़े की मांग की गयी है.