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Uttar Pradesh Lok Sabha

मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र : जानिए, मछलीशहर लोकसभा सीट का इतिहास

जौनपुर से 20 किलोमीटर दस बसा मछलीशहर एक ऐतिहासिक नगर है| बुद्ध काल में इस जगह को मछिका खंड था| किवदंतियों के मुताबिक़ यह जगह भगवान बुद्ध को बहुत प्रिय थी| वर्तमान में मछलीशहर पूर्वांचल के जौनपुर जिले का हिस्सा है| यह एक मुख्य व्यापारिक केंद्र और तहसील है| राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पश्चिम के तरफ़ से लखनऊ और रायबरेली को मछलीशहर से तो वहीँ पूर्व की तरफ़ से जौनपुर और वाराणसी से जोड़ती है|जौनपुर की 6 तहसीलों में से एक मछलीशहर तहसील में 513 गाँव और 2 शहर है|

2011 की जनगणना के मुताबिक मछलीशहर तहसील में 1,09,524 लाख परिवार है और कुल आबादी 7,36,209 लाख है जिनमे पुरुषों की संख्या 3,60,957 लाख और महिलाओं की संख्या 3,75,252 लाख है| 6 साल तक के बच्चों की संख्या 1,11,054 लाख है को कुल आबादी का 15.08% है| 811.76 वर्ग किमी में फैले मछलीशहर में प्रति किमी 907 लोग रहते है| उत्तर प्रदेश की लिंगानुपात 912 के मुकाबले मछलीशहर में प्रति 1000 पुरुषों पर 1,040 महिलायें है| मछलीशहर की औसत साक्षरता दर 60.13% है जिनमे पुरुषों की साक्षरता दर 70.92% और महिलाओं की साक्षरता दर 49.75% है|

कुल आबादी का 22.65% लोग अनुसूचित जाति और 0.08% लोग अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखते है| मछलीशहर मुख्य रूप से हिन्दू बहुल क्षेत्र है यहाँ की 90.61% आबादी हिन्दू धर्म और 8.9% आबादी मुस्लिम धर्म को मानती है|

मछलीशहर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में 74वें नंबर की सीट है| इस संसदीय सीट में यूपी की पांच विधानसभा सीटें आती है-

मछलीशहर, केराकत,पिंडरा,मरियाहू, जाफराबाद|

मछलीशहर और केराकत की विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है|

वर्तमान में यहाँ से भारतीय जनता पार्टी के राम चरित्र निषाद सांसद है.

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चुनाव आयोग के 2009 के आंकड़ों के मुताबिक 17,51,074 लाख और 9,35,295लाख पुरुष मतदाता और 8,15,779 महिला मतदाता है| 1962 में यहाँ पहली बार चुनाव हुए इसमें कांग्रेस के गणपत राम ने जीत दर्ज की और मछलीशहर के पहले सांसद बने| उन दिनों यह यूपी की 51वीं सीट थी, पहले चुनाव के दौरान यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी| 1967 में परिसीमन के बाद यह सीट सामान्य श्रेणी में आ गई| 1962 से 1971 तक हुए आमचुनावों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने लगातार तीन बार जीत दर्ज की|  1977 में भारतीय लोकदल के राजकेसर सिंह ने जीत दर्ज करके कांग्रेस का विजय रथ रोका| 1980 के चुनावों में जनता पार्टी(सेक्युलर) ने जीत पाई| 1984 में कांग्रेस ने वापसी की और श्रीपति मिश्र यहाँ के सांसद निर्वाचित हुए| 1989 और 1991 में शिव शरण शर्मा ने जनता दल को लगातार दो बार जीत दिलाई| 1996 में राम विलास वेदांती और 1998 में चिन्मयानन्द भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे| 1999 चन्द्र नाथ सिंह ने भाजपा के रामविलास वेदांती को हराकर मछलीशहर में समाजवादी पार्टी को पहली बार जीत दिलाई| 2004 में उमान्कांत यादव ने सपा के चन्द्रनाथ सिंह को हराकर मछलीशहर में बहुजन समाज पार्टी के जीत का इंतज़ार ख़त्म किया|  2009 में यह सीट फिर से अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई| 2009 में समाजवादी पार्टी के तूफानी सरोज ने बसपा से 2004 में मिली हार का बदला ले लिया| वर्तमान में यहाँ से भारतीय जनता पार्टी के राम चरित्र निषाद सांसद है| पहली बार लोकसभा में निर्वाचित हुए रामचरित्र निषाद सोलहवीं लोकसभा में परिवहन, संस्कृति और पर्यटन सम्बन्धी मामलों की स्थाई समिति के सदस्य है|

लोकसभा वर्ष पार्टी नाम
तीसरी 1962 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस गनपत राम
चौथी 1967 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नागेश्वर द्विवेदी
पांचवीं 1971 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नागेश्वर द्विवेदी
छठी 1977 भारतीय लोकदल राजकेसर सिंह
सातवीं 1980 जनता पार्टी(सेक्युलर) शिव शरण वर्मा
आठवीं 1984 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस श्रीपति मिश्रा
नौवीं 1989 जनता दल शिव शरण वर्मा
दसवीं 1991 जनता दल शिव शरण वर्मा
ग्यारहवीं 1996 भारतीय जनता पार्टी राम विलास वेदांती
बारहवीं 1998 भारतीय जनता पार्टी चिन्मयानन्द
तेरहवीं 1999 समाजवादी पार्टी चन्द्रनाथ सिंह
चौदहवीं 2004 बहुजन समाज पार्टी उमाकांत यादव
पंद्रहवीं 2009 समाजवादी पार्टी तूफानी सरोज
सोलहवीं 2014 भारतीय जनता पार्टी राम चरित्र निषाद

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