घोसी से बीजेपी के सांसद हरिनरायण राजभर ने राज्य शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था. जिसके बाद आज भाजपा सांसद अपनी इस बात से मुकर गये कि उन्होंने सीएम को ऐसा कोई पत्र लिखा है.
अनुपमा जयसवाल पर लगाये थे भ्रष्टाचार के आरोप:
बता दे मऊ जिले के घोसी से भाजपा सांसद हरिनारायण राजभर ने सीएम योगी को पत्र लिख कर यूपी की बेसिक शिक्षा और बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री अनुपमा जायसवाल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे. सांसद ने अपने पत्र में लिखा है कि बेसिक शिक्षा मंत्री ने जूते-मोजे के टेंडर में भारी गड़बड़ी की है. इसमें विभाग के अधिकारी भी शामिल हैं. अपने करीबियों को फायदा पहुंचाने के लिए टेंडर में खेल किया गया है.
मामला बढ़ने के बाद और मीडिया में आने के बाद अब जब सांसद से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने ऐसी कोई शिकायत नहीं की है. उनके लैटर पैड से सीएम योगी को खत भेजे जाने के सवाल पर कहा कि किसी ने उनके लैटर पैड का इस्तेमाल किया है. पर गौरतलब बात यह है कि इतनी आसानी से सांसद का लैटर पैड किसी और के पास कैसे पहुँच गया.
महेंद्र नाथ पाण्डेय ने दिए जाँच के आदेश :
वहीं राज्य भाजपा पार्टी अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय ने इस मामले की जाँच करवाने की बात की. उन्होंने कहा की सीएम को भेजा गया पत्र सार्वजनिक कैसे हुआ इस बात की जाँच करवाई जाएगी. गौरतलब है कि सांसद के अधिकारिक लैटरपैड पर सीएम योगी के नाम शिकायती पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. जिसमे उनके हस्ताक्षर भी हैं.
बता दे कि घोसी सांसद हरिनारायण राजभर के लैटर पैड पर राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल पर स्कूली जूते मुजे के वितरण के लिए टेंडर में धांधली करने का आरोप लगाया हैं. इसके अलावा उन्होंने मऊ में 10 महीने में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की तरफ से दिया जाने वाला पौष्टिक आहार भी सप्लाई नहीं किये जाने का आरोप लगाया गया हैं.