विधानसभा चुनाव 2017 के पहले चरण में जिले की सात सीटों पर मंगलवार को कलक्ट्रेट में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई। नामांकन का काम प्रत्याशी 27 जनवरी तक कर सकते हैं। नामांकन इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे।
- बता दें कि नामांकन के लिए मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जे रवींद्र गौड़ और डीएम बी चन्द्रकला सहित सभी प्रशासनिक अफसरों ने कलक्ट्रेट का दौरा कर व्यवस्थाएं परखी।
- एसपी सिटी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि नामांकन के लिए कलक्ट्रेट परिसर में बेरीकैडिंग व्यवस्था पूरी कर ली गई है।
- 200 मीटर क्षेत्र को सील कर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
- सुबह से ही पूरा कलक्ट्रेट परिसर छावनी में तब्दील हो गया है।
- नामांकन व्यवस्था की कमान सीओ कोतवाली रणविजय सिंह को सौंपी गई है।
मेरठ में यह हैं इंतजाम
- कलक्ट्रेट के सभी गेटों पर पुलिस बल तैनात है।
- एसएसपी ऑफिस के बराबर में कलक्ट्रेट गेट से प्रत्याशियों की एंट्री होगी।
- यहां एक कंपनी पीएसी, पांच सीओ और पुलिस फोर्स तैनात रहेगा।
- प्रत्याशी को केवल तीन वाहन लाने की ही अनुमति है।
- यह वाहन अंबेडकर चौराहे से आगे नहीं जाएंगे।
- प्रत्याशी, प्रस्तावक और अनुमोदक को पैदल ही नामांकन कक्ष जाना होगा।
- नामांकन प्रक्रिया के दौरान कलक्ट्रेट में आम व्यक्ति की एंट्री नहीं होगी।
- साथ ही पुलिस लाइन के गेट नंबर-3, कमिश्नरी चौराहा, मेघदूत पुलिया और मवाना बस अड्डे से रूट डायवर्जन किया जाएगा।
यह हैं सुरक्षा के इंतजाम
- कलक्ट्रेट परिसर में नौ जगह डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) लगे हैं।
- इनसे गुजरने के बाद ही नामांकन कक्ष तक जाया जा सकेगा।
- कलक्ट्रेट परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
- कलक्ट्रेट में एक कंपनी पीएसी, 14 इंस्पेक्टर/सब इंस्पेक्टर, 100 हैड/कांस्टेबल लगे हैं।
नामांकन की होगी वीडियोग्राफी
- पूरी नामांकन प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
- कौन किस वक्त नामांकन के लिए आया जिस समय पर्चा दाखिल किया उनके साथ नामांकन प्रस्ताव कौन थे कितने लोग अंदर नामांकन को आए।
- यह सब कैमरे में कैद होगा ताकि बाद में किसी तरह की शिकायत होने पर वीडियोग्राफी सुबूत के तौर पर दिखाई जा सके।
नहीं होगा शक्ति प्रदर्शन
- एसपी सिटी के अनुसार कलक्ट्रेट के आसपास किसी तरह के शक्ति प्रदर्शन को अनुमति नहीं दी जाएगी।
- वैसे भी चुनाव के दृष्टिगत धारा 144 लागू है।
- शहर और देहात के सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सभी प्रमुख स्थानों पर बैरियर लगाकर ऐसे जुलूसों को कलक्ट्रेट की तरफ न आने दें।