पानी समस्या से हमें आए दिन दो चार होना पड़ता है। गर्मियों के मौसम आते ही जहां लोग पानी के लिए त्राहि त्राहि कर रहे है और गाड़ियों की धुलाई और पानी की बर्बादी खुले आम हो रही है। जिसको देखते हुए कानपुर जिला अधिकारी ने 5 अप्रैल से शहर के सभी गाड़ियों की धुलाई सेंटरो का संचालन करने पर रोक लगा दी है। वहीं कानपुर के एक 65 वर्षीय बुजुर्ग ने गाड़ी धुलाई के लिए एक ऐसा प्लांट लगाया है जिसमें सौ प्रतिशत पानी सुरक्षित रहेगा। जी हां इतना ही नहीं पानी में मिलने वाले कैमिकल भी रिसाइकिल हो पाएंगे। शहर के पहले 100 प्रतिशत वाटर रिसाइकिल प्लांट का उद्घाटन करने उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह पहुंचे और उन्होंने फीता काट कर वासिंग वाटर रिसाइकिल प्लांट का शुभारंभ किया। सिंचाई मंत्री ने इस पहल को सराहानीय कार्य बताया।
ऐसे काम करता है वाटर रीसाइक्लिंग प्लांट
कानपुर के गुजैनी एच ब्लाक में रहने वाले 65 वर्षीय बुजुर्ग अहिबरन सिंह वर्मा ने अपने घर में एक ऐसा वाटर रीसाइक्लिंग प्लांट बनाया है जिससे पानी की 100 प्रतिशत बचत होगी। इस प्लांट में सबसे अनोखी बात ये है कि उन्होंने अपने ही घर मे पहले एक टैक बनाया है जिसके ऊपर गाड़ियों की धुलाई हो सकेगी और सारा पानी उस टैंक में चला जायेगा। इसमें अपर लोवर दो टैंक बनाये गये है जिसमें दो मोटरों का इस्तेमाल भी किया गया है। उसमें से एक मोटर प्रेशर बनाने के लिये है और दूसरी पानी को उठाने के लिए इस्तेमाल की गयी है। जिसके बाद वो पानी मोटर के द्वारा रिजर्व बार में चला जाता है और उसके बाद वो पानी अपर टैंक में डाल दिया जाता है अपर टैंक में मकैनिकल आयल सेपरेटर लगाया गया है। जिसके द्वारा टैंक में मिक्स पानी से आयल और पानी को अलग अलग किया जाता है। वहीं तेल को दो तीन स्टेज में साफ कर के नीचे लाया जाता है और फिर से उस तेल चाहे वो डीजल हो या पेट्रोल या फिर कैरोसिन हो सभी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
लाखों लीटर बच सकता है पानी
अहिबरन सिंह की मानें तो इस टेक्नोलॉजी के उपयोग से लाखों लीटर बर्बाद हो रहे पानी को बचाया जा सकता है और धुलाई में उपयोग में लाये गये पेट्रोल, डीजल और कैरोसिन आयल को भी दुबारा सेव कर इस्तेमाल किया जा सकता है। उनका ये दावा है कि उनके इस उपयोग से देश मे वाटर रीसाइक्लिंग की क्रांति आ सकती है और देश मे बर्बाद होने वाले पानी को भी बचाया जा सकता है।
सिंचाई मंत्री ने किया उद्घाटन
वहीं आज उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह भी कानपुर पहुंचे और गुजैनी स्थित शहर के पहले वाटर रीसाइक्लिंग प्लांट का उद्घाटन किया और इस तकनीक की सराहना भी की और उन्होंने सीएम योगी आदित्य नाथ से भी मिल कर इस तकनीक को आगे ले जाने की भी बात की।