उत्तर प्रदेश के बरेली जिला के स्टेडियम रोड स्थित साईं अस्पताल के आईसीयू में लगी आग से 2 मरीजों की मौत हो गई। चीख पुकार व अफरा तफरी के बीच बाकी मरीजों को आननफानन में आईसीयू से बाहर निकाला गया। आग व धुआं देखकर अस्पताल में भगदड़ मच गई। इससे वहां धुंआ भर गया और मरीजों का दम घुटने लगा। मौके पर अस्पताल का स्टाफ मौजूद न होने के पर मरीजों के परिजनों ने शोर मचाया। हंगामे के बाद पहुंचे स्टाफ ने पुलिस व फायर ब्रिगेड को मौके पर बुलाया। जब तक आग पर काबू पाया गया। तब तक बाद से में राजबाला और एक अन्य महिला की मौत हो गई थी।
दम घुटने से गई मरीजों की जान
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब 3:00 बजे अचानक आईसीयू में आग लग गई। अचानक आग लगने से धुंआ आईसीयू में भर गया। मौके पर ज्यादा स्टाफ मौजूद ना होने से मरीजों को जल्दी बाहर नहीं निकाला जा सका। धुंआ भरने के बाद मरीजों का दम घुटने लगा। स्टाफ मौजूद न होने के पर मरीजों के परिजनों ने शोर मचाया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
सूचना पाकर मौके पर अग्निशमन और पुलिस टीम मौके पर पहुंची, टीम ने घंटों की मशक्क्त के बाद आग पर काबू पा लिया। इस घटना में बदायूं की रहने वाली राजबाला का बीते 10 दिनों से साई अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके परिजनों ने बताया कि अस्पताल में धुएं और आग से निपटने के कोई इंतजाम नहीं थे। मरीजों के परिजन बदहवास हैं। उनका कहना है कि अगर अस्पताल प्रशासन सजग होता तो घटना नही होती।
परिजनों की स्टाफ के साथ मारपीट
एसपी सिटी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि महिलाओं के शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल भेजा गया है तहरीर मिलने के बाद अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि आइसीयू में आग की घटना के बाद मरीज दूसरी जगह शिफ्ट किए गए हैं। अस्पताल में अगर आग भड़कती तो बड़ा हादसा हो सकता था। दअरसल, अस्पताल के इर्द गिर्द दूसरे अस्पताल व आबादी है।
वहीं साईं अस्पताल के डॉयरेक्टर शरद अग्रवाल ने हादसे पर दुख जताते हुए बताया कि अस्पताल में आग से निपटने के पर्याप्त इंतजाम थे। आईसीयू में उस समय तीन मरीज भर्ती थे। हादसे के बाद अस्पताल स्टॉफ ने उन्हें शिफ्ट करने की कोशिश की लेकिन गुस्साए परिजनों ने उनके साथ मारपीट शुरु कर दी। जिससे स्टॉफ भाग गया और दो मरीजों की मौत हो गई। बता दें कि साईं अस्पताल में कुछ महीने पहले एसी का कम्प्रेशर फटने से एक मरीज की मौत हो गई थी। तब भी अस्पताल में मरीजों ने जमकर हंगामा किया था।