गत वर्ष व वर्ष की शुरुआत में ही लगातार हो रही तकनिकी खराबी के चलते रेल मंत्रालय ने एक पहल की है. जिसके चलते अब रेलमंत्रालय द्वारा तकनीक को एक नयी दिशा में मोड़ा जा रहा है. जिसके बाद यह माना जा रहा है कि ट्रेन पटरी से उतारते ही कण्ट्रोल रूम को इसकी सूचना दे दी जायेगी.
बड़े रेल हादसों से होगा बचाव :
- देश में ट्रेनों के डिरेल होने की एक के बाद एक ख़बरें सामने आ रही हैं.
- जिनमे से कई हादसे तो बड़ी मात्रा में जान-माल का नुकसान भी कर जाते हैं.
- पटरी टूटने से होने वाले इन नुकसानों से सबक लेते हुए रेलवे प्रशासन ने कदम उठाया है
- जिसके तहत इन दिनों मंत्रालय एक ऐसी तकनीक पर काम कर रहा है,
- जिसकी मदद से पटरियों में होने वाले नुकसान की सूचना तुरंत ही कंट्रोल रूम को मिल जाएगी.
- सूचना मिलते ही रेल प्रशासन पटरी की खराबी को दुरुस्त करके हादसों से बचा जा सकता है.
- जानकारी के मुताबिक, रेल मंत्रालय के लिए डिजाइन एवं मानक तय करने वाले अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) के द्वारा विकसित रेल पटरियों की निगरानी एवं चेतावनी प्रणाली का परीक्षण चल रहा है.
- आपको बता दें कि उत्तर मध्य रेलवे के इलाहाबाद मण्डल में बमरौली एवं भरवारी स्टेशनों के बीच 25 किलोमीटर लंबी पटरी पर ऑनलाइन काम करने वाले इस उपकरण का परीक्षण किया जा रहा है.
- उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अरुण सक्सेना के अनुसार रेल पटरी तोड़े जाने,
- इसके अलावा ठण्ड के कारण उनके चटकने की शिकायतों की रोकथाम के लिए RDSO ने एक यंत्र तैयार किया है.
- यह यंत्र परीक्षण के लिए अभी इलाहाबाद के निकट लगाया गया है.
- रेल पटरी के किसी भी स्थिति में टूटने पर यह यंत्र इसकी जानकारी रेलवे के निगरानी तंत्र को तुरंत भेज देगा.